प्यारे नौजवान साथियों आप IIT-ians हैं। लेकिन मैं ऐसा इंसान हूं जिसको वो डबल आई नहीं जुड़ा। आप सब IIT-
ians हैं मैं बचपन से सिर्फ टीएन रहा। टी इ ए वाला टीएन चाय वाला।
आज यहां हिन्दुस्तान के अलग-अलग भू-भाग से आए हुए ग्रामीण क्षेत्र के युवक-युवतियां हैं कुछ बुर्जुग भी है।
जिनको मैंने सबसे पहले प्रमाणपत्र दिया। मैं उनसे सारी बाते पूछ रहा था और मैं हैरान था। उनको सब पता था वो
गांव में क्या कर रही है, लोगों को कैसे मदद कर रही है, उन्होंने क्या ट्रेनिंग ली है। उस ट्रेनिंग का क्या उपयोग
करेगी। सारे सवालों के वो मुझे जवाब दे रही थी।
एक जमाना था जब कार्ल मार्क्स की philosophy चलती थी दुनिया में लोग quote करते थे कार्ल मार्क्स की बातों
को have and have not वो लोग जिनके पास है और लोग जिनके पास कुछ नहीं है। इस divide के आधार पर
उन्होंने अपनी राजनीतिक विचारधारा को develop किया था। वो कारगर हुआ कि नहीं हुआ वो विद्वान लोग
उसकी चर्चा करेंगे।
सिकुड़ते-सिकुड़ते वो विचार अब कहीं नजर नहीं आ रहा है। नाम मात्र के बोर्ड लगे पड़े हैं लेकिन technology के
संबंध में अगर भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए हम लोगों को सतर्क रहकर के प्रयास करना होगा कि देश में
digital divide पैदा न हो।
कुछ लोग digital technology में माहिर हो और कुछ लोग पूरी तरह अछूत हो तो आने वाले युग में जिस प्रकार से
बदलाव नजर आ रहा है। ये digital divide सामाजिक संरचना के लिए बहुत बड़ा संकट पैदा कर सकता है। और
इसलिए सामाजिक समरसता के लिए विकास के मूलभूत बिंदुओं को समाहित करते हुए ये digital divide से मुक्ति
पाने की दिशा में ये ग्रामीण भारत में digital literacy का अभियान चलाया।
भारत सरकार ने एक JAM trinity के द्वारा विकास की एक कल्पना की हुई है। JAM J-Jandhan Account, A-
Aadhaar, M-Mobile Phone इन तीनों को जोड़कर के सामान्य मानवी की आवश्यकता के अनुसार सरकार
उसके मोबाइल फोन पर मौजूद हो इस प्रकार की हमारी विकास यात्रा के कदम चल रहे हैं।
देश में एक बहुत बड़ा अभियान चला है। optical fiber network का बहुत तेजी से लाखों गांवों में optical fiber
network को पहुंचाने की दिशा में प्रयास हुआ है।
शायद यहां आई आई टी में भी कुछ लोग मिल जाएंगे जिनको पूरी तरह मोबाइल उपयोग करने की आदत नहीं होगी।
अच्छे से अच्छे मॉडल का मोबाइल रखते होंगे और इसलिए अगर digital literacy है तो जो हमने खर्च किया है
उसका भी हम सर्वाधिक उपयोग कर सकते हैं।
और हम एक प्रकार से value edition कर सकते हैं। और इसलिए ये digital literacy का digital India का
अभियान चलाया है। less cash society बनाने में भी ये digital literacy का काम बहुत बड़ा रोल प्ले करेगा।
मैं IT के नौजवानों से एक और बात भी बताना चाहता हूं। जब convocation होता होगा तब आपको बहुत सलाह
दी जाती होगी, बहुत कुछ बताया जाता होगा। इतने बड़े भव्य भवन में आप रह रहे हैं।
भव्य भवन के अंदर शिक्षा दीक्षा प्राप्त कर रहे हैं। क्या इसलिए संभव हुआ है। कि आपके पास तेज दिमाग है। क्या
इसलिए संभव हुआ है। कि आपके माता-पिता संपन्न थे और उनकी स्थिति अच्छी थी इसलिए उन्होंने आपको यहां
तक पहुंचाया है।
ये सब सच होने के बाद भी मेरे नौजवान साथियों आप इस भव्य कैंपस में इसलिए हैं।
आप इतनी बढि़या से बढि़या शिक्षा प्राप्त में भाग्यशाली इसलिए हुए हैं कि किसी न किसी गरीब ने इसके लिए
contribute किया है। किसी गरीब के हक का आपको मिला है।
ये चार एकड़ भूमि अगर सरकार ने उसको बेचकर के पैसे लाकर के गांव के अंदर प्राथमिक शिक्षा के मकान बनाए
होते तो कितने सारे मकान बन जाते।
PSE centre बनाए होते तो कितने सारे बन जाते। लेकिन देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए ये चार सौ एकड़ भूमि
मेरे देश के भविष्य के लिए यहां लगाई गई है।