Jungles used as quarantine centre in Bengal : Pradeep Analysis on Ground #QuarantineCentresBengal
Published on June 10, 2020 in Playlists: प्रवासी श्रमिकों की कहानी.मालदा जिले का रतुआ विधानसभा, यहां के क्वारंटाइन सेंटर का दृश्य भयावह है. श्रमिकों को यहां एक जंगल में रखा गया है. यहां श्रमिकों की स्थिति दयनीय है. उन्हें क्वारंटाइन सेंटर की जगह यहां टेंट लगाकर मिट्टी, घास पर सोने को मजबूर होना पड़ रहा है. हरियाणा से आए श्रमिक बताते हैं कि उन्हें न तो डॉक्टर देखने आए हैं और न ही सरकार की तरफ से कोई कुछ बताने आया है. महिला श्रमिकों की स्थिति और भी बुरी है. उन्हें छोटे-छोटे बच्चों को संभालना पड़ रहा है, जंगल में मच्छर और कीड़े का डर भी बना हुआ है. आस-पास के गांवों के लोग इन श्रमिकों को अपने गांवों में घुसने से मना कर देते हैं.