Dr. Syama Prasad Mookerjee Research Foundation

Salient Points of PM Narendra Modi’s speech at inauguration and laying of foundation stone of various projects in Varanasi on 22 Dec, 2016

  • मेरा सौभाग्य है कि आज मुझे काशी में अनेक विविध प्रकल्पों का शिलान्यास कहो, लोकार्पण कहो, प्रोत्साहन कहो, ये अवसर मिला है। आज एक दिन में ही करीब-करीब 2100 करोड़ रुपयों के भिन्न भिन्न प्रोजेक्ट काशी को मिल रहे हैं।
  • आज ESIC के अस्पताल का आधुनीकरण करना पहले जितनी क्षमता थी उसके करीब दोगुना से भी ज्यादा बढ़ाना, आधुनिकता के साथ गरीब से गरीब सामान्य मजदूरी करने वाला व्यक्ति कल कारखाने में जिंदगी गुजारने वाला व्यक्ति ऐसे लोगों को आरोग्य सेवाएं प्राप्त हो। इसलिये भारत सरकार ने इस पूरे प्रोजेक्ट को अपने हाथ में लेकर के यहां के गरीब, मजदूर की सुविधा बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
  • अभी मैं काशी विश्वविद्यालय में गया था। वहां एक कैंसर रीसर्च इंस्टिट्यूट का शिलान्यास किया। इस पूरे क्षेत्र में कैंसर की बीमारी है तो मुंबई जाना पड़ता है। और हम जानते हैं कि मुंबई के अंदर अस्पताल में इतनी देर के बाद नंबर लगता है। क्यों न मुंबई में जो कैंसर अस्पताल है। वैसा ही वैसी ही सुविधाओं वाला उत्तम से उत्तम सारवार करने वाला अस्पताल उत्तर प्रदेश में हो। खासकर के पूर्वी उत्तर प्रदेश में हो।
  • 500 बेड का इतना बड़ा अस्पताल काशी में बनना ये काशी को बहुत बड़ा नजराना है। गरीब बीमार लोगों के लिए 500 में से 200 बेड वो पूरी तरह गरीबों के लिए समर्पित होंगे। बाकि जो 300 बेड हैं। super speciality सेवाओं के लिए होंगे। तो एक प्रकार से गरीबों का भला करने वाली।
  • इस क्षेत्र में इतना बड़ा अस्पताल बनने के कारण हजारों नौजवानों को नए रोजगार की संभावनाएं पैदा होंगी। हैल्थ सैक्टर में काम करने वाली वीधा Develop होगी। Paramedical का स्टाफ हो, Nursing का स्टाफ हो, अस्पताल का रखरखाव हो। तो एक बहुत बड़ा इस Investment के कारण इस क्षेत्र को लाभ होने वाला है।
  • मैं स्मृति जी को और उनकी पूरी टीम को और इससे पहले इस विभाग के मंत्री थे गंग्वार जी उन सबको हृदय से बहुत-बहुत अभिनन्दन करता हूं कि जिस उत्तम प्रकार का काम हुआ है, जिस तेजी से काम हुआ है। आज निर्धारित समय में फर्स्ट फेस आज ये सिर्फ काशी के लोगों के लिए नहीं है। ये पूरे क्षेत्र के। इस प्रकार से काम करने वाले लोग इनको इसका लाभ मिलने वाला है।
  • काशी एक यात्रा धाम है Tourist Destination भी है। वहां इस प्रकार की व्यवस्था। काशी की एक वैश्विक पहचान बनाने का एक बहुत बड़ा आधार बन सकता है। अब काशी में जो भी लोग आए उनको वहां ले जाना चाहिए। यहां के रिक्शा वाले होंगे, यहां के टैक्सी वाले होंगे उनको भी पता होना चाहिए। वहां वो देख भी सकता है कि इस क्षेत्र के लोगों के हाथों में कैसा हुनर है। कैसी कैसी चीजें निर्माण करते हैं।
  • हमारे पास पुराने परम्परा के साधन रहे हैं उसमें बदलाव जरूरी होता है। Technological Intervention आवश्यक होता है Invention आवश्यक होता है।
  • क्यूं न भारत का गरीब से गरीब व्यक्ति जिसके पास कौशल्य है, हुनर है, काम कनरे का जज़्बा है उसकी एक अपनी पहचान हो उसकी एक Identity हो। वो स्वयं एक ब्रांड है। हमारे देश में ऐसा काम करने वाले कोटी कोटी जन स्वयं में अपने आप में एक ब्रांड है। ये ब्रांड दुनिया को अभी तक हम परिचित नहीं करवा पाए हैं।
  • जो लोग कार्पेट बनाने वाले हैं, उनको आधुनिक नई लूम जिसके साथ कारण क्वालीटी प्रोडक्शन एक इंटनेशनेल लेवल का प्रोडक्शन जिसके कारण हमारी कालीन को एक्सपोर्ट करने की सुविधा बढ़ेगी। और उपयोग में हम बेस्ट में से भी बेस्ट बना सकते हैं इस प्रकार का लूम उपयोग करते हुए। और उत्तम से उत्तम चीजें बना कर के हम दुनिया को दे सकते हैं। उसको भी आज मुझे वितृत करने का अवसर मिला है।
  • यहां कुछ नौजवान जिनको मुझे खेल के किट देने का अवसर मिला है। वैसे तो ये पहलवानों की धरती है। लेकिन आवश्यक है कि खेल हमारे देश में नौजवानों के जीवन का हिस्सा बनना चाहिए।
  • हमारे समाज जीवन का चरित्र बनना चाहिए। खेल है तभी तो हमारे यहां एक अलग सा वातावरण पैदा होता है। स्पोर्ट्समैन स्प्रिट सबको पसंद आता है। लेकिन बिना स्पोर्ट्स, स्पोर्ट्समैन स्प्रिट संभव नहीं होता है। और इसलिये खेल को बढ़ावा देना नौजवानों को अवसर देना और भारत के अंदर जो सामर्थ है और विविधता भरा एक ही खेल के साथ नहीं अनेक प्रकार के खेल हैं अनेक प्रकार के कौशल्य है उसको बढ़ाने की दिशा में हमलोग प्रयास कर रहे हैं।
  • आज मुझे खुशी है कि आप सबके बीच ऐसे अनेक विविध प्रकल्प समर्पित करने का मुझे अवसर मिला है। मुझे विश्वास है कि जिस प्रकल्प का शिलान्यास हुआ है। वे प्रकल्प समय सीमा में और हो सके तो समय से पहले हम उसको पूर्ण करेंगे। और यहां की जनता जनार्दन की सेवा में उसको समर्पित करेंगे।

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