Home » Salient Points of PM Narendra Modi’s address at Sommanona Ceremony to honour Indian Martyrs in the Liberation War of Bangladesh on 08 Apr, 2017
- आज एक विशेष दिन है। आज भारत तथा बांग्लादेश के शहीदों के प्राण बलिदान को स्मरण करने का दिन है
- आज का दिन ऐतिहासिक है। बांग्लादेश स्वतंत्रता संग्राम में शहीद हुए सभी भारतीय सैनिकों के परिवारों के लिए ये कभी न भूल पाने वाला क्षण है
- यह मेरा परम सौभाग्य है कि इस समय 7 भारतीय शहीदों के परिवार यहां उपस्थित हैं
- भारतीय सैनिको के बलिदानों के लिए मैं और पूरा देश सभी शहीदों को कोटि-कोटि नमन करते हैं
- बांग्लादेश का जन्म जहां एक नयी आशा का उदय था । वहीं 1971 का इतिहास हमें कई अत्यंत दर्दनाक पलों की भी याद दिलाता है
- बांग्लादेश की जन्म गाथा असीम बलिदानों की गाथा है
- मुक्तियोद्धाओं के साथ साथ बांग्लादेश के लिए किये गए भारतीय फौज का संघर्ष और बलिदान को भी कोई नहीं भुला सकता
- ऐसा करने में उनकी एक मात्र प्रेरणा थी, बांग्लादेश की जनता के प्रति उनका प्रेम, और बांग्लादेश के लोगों के सपनों के प्रति उनका सम्मान
- 1971 में भारत की दिखाई ये इंसानियत पिछली शताब्दी की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक है
- मेरा यह स्पष्ट मत है कि मेरे देश के साथ ही भारत का हर पड़ोसी देश प्रगति के मार्ग पर अग्रसर हो
- स्वार्थी न बनकर हमने पूरे क्षेत्र का भला चाहा है
- लेकिन दुःख की बात है कि इन दो विचार धाराओं के विपरीत भी दक्षिण एशिया में एक मानसिकता है
- ऐसी सोच जिस का value system मानवता पर नहीं अपितु हिंसा, आतिवाद तथा आतंक पर आधारित है
- भारत-बांग्लादेश संबंध ना सरकारों के मोहताज हैं और ना ही सत्ता के
- भारत और बांग्लादेश इसलिए साथ हैं, क्योंकि दोनों देशों के 140 करोड़ लोग साथ हैं। हम दुःख-सुख के साथी है
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