Home » Salient Points of PM Narendra Modi’s address at the Dedication of multiple development projects in Bharuch, Gujarat on 7th March, 2017
- कल मैं मां गंगा के पास था, आज मां नर्मदा के पास हूं; कल बनारस था, आज भरूच हूं; बनारस इतिहास से भी पुराना हिन्दुस्तान का शहर है, भरूच गुजरात का पुरातन शहर है।
- दुनिया को पता नहीं चलेगा इस ब्रिज बनने का मतलब क्या होता है, क्योंकि भरूच ने ब्रिज न होने से कष्ट कैसा होता है, वो बराबर झेला है।
- हम जितने समय मुख्यमंत्री रहे, इस बात के लिए लड़ते रहे। लेकिन जब मुझे सेवा करने का अवसर मिला, समय-सीमा में, आधुनिक टेक्नोलॉजी के द्वारा हिन्दुस्तान में पहली बार इतना लम्बा इस टेक्नोलॉजी वाला ब्रिज बना और वो भी मां नर्मदा के तट पर बना।
- भाइयो, बहनों, आज मुझे DAHEJ जाने का सौभाग्य मिला। कोई कल्पना नहीं कर सकता है कि DAHEJ, वो सिर्फ भरूच का गहना नहीं है; DAHEJ पूरे ही हिंदुस्तान का गहना है। जब उसका पूर्ण विकास होगा और जिस तेजी से आगे बढ़ रहा है, करीब-करीब 8 लाख लोगों को रोजगार देने की उसमें क्षमता होगी।
- मैं मुख्यमंत्री जी का अभिनंदन करना चाहता हूं, क्योंकि जब बस Port की कल्पना की; मैं यहां मुख्यमंत्री था तो मेरे मन में एक विचार आता था कि ऐसी कैसी सरकार है, ये अमीर अगर हवाई अड्डे पर जाता है, हवाई जहाज में बैठने जाता है तो उसको हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध होती है। ठंडी हवा चलती है, ठंडा पानी मिलता है, जो खाने के लिए चाहे वो खाना मिलता है, क्या मेरे देश के गरीब को इसका हक नहीं होना चाहिए क्या? क्या हवाई जहाज में उड़ने वालों को ही ये सब होना चाहिए क्या? इस बात ने मेरे मन को हर पल झकझोरा।
- आज अगर बड़ौदा में जाइए, वो पूरी तरह साफ-सुथरा Bus Stand. उसी Model पर अहमदाबाद में बना। अब तक शायद चार बन चुके हैं, और मुझे खुशी है कि राज्य सरकार ने उसी योजना को आगे बढ़ाते हुए वैसा ही शानदार Bus Port भरूच में बनाने का फैसला किया है।
- लोग गोवा में जन्मदिन मनाना है, तो छोटे-छोटे Steamer में पानी के बीच चले जाते हैं। इस इलाके में भी सूरती लोगों को जन्मदिन मनाना होगा तो वो भी यहां पर आ जाएंगे; और भरूच वाले तो जाएंगे ही जाएंगे।
- आप कल्पना कर सकते हो, गुजरात के Infrastructure को चार चांद लग जाएंगे भाई, बहनों! चार चांद! और ये आठ रास्तों की लम्बाई करीब-करीब 1200 किलोमीटर है। जिसमें ऊना, धारी, बगसरा, अमरेली, बाबरा, जसदन, चोटिला, ये पूरा जो State Highway है, अब National Highway बनेगा।
- आणंद, कठवाल, कपरवंच, पायड़, धनसुरा, मोढ़ासा, ये State Highway , National Highway बनेगा। पूरा, पूरा Tribal Belt को इसका सबसे बड़ा लाभ मिलने वाला है। लखपत, कच्छ का Development करना है, धौलाविरा का Development करना है, Tourism को बढ़ाना है।
- लखपत, गढूली, हाजीपुर, खावड़ा, धैलाविरा, मौवाना, सांकलपुर; आप हिन्दुस्तान की सीमा की सुरक्षा कहो, कच्छ के Tourism का विकास कहो, धौलाविरा जो मानस संस्कृति का पुरातन और recognize city, 5 हजार साल पुराना; एक कोने में है। जब वो Centre Point बनेगा, दुनिया के टूरिस्टों को आकर्षित करेगा; जिसका गुजरात को लाभ मिलेगा।
- जब केशूभाई पटेल मुख्यमंत्री बने, उन्होंने इस दृश्य को रोज देखा था। वो राजकोट से आते जाते थे। हमारी पार्टी के भी कई वरिष्ठ नेता अहमदाबाद-राजकोट Highway पर accident में मारे गए थे। और मैं अहमदाबाद में, तब तो मैं राजनीति में नहीं था; औसत मुझे रात को फोन आता था कि इतना बड़ा अकस्मात आज हुआ है, अहमदाबाद-राजकोट के रोड़ को 4 Lane कर दिया, अकस्मातों में बहुत बड़ी कमी आ गई, बहुत बड़ी कमी आ गई।
- ये National का Network, ये इस प्रकार से बहुत बड़ा सुरक्षा की दृष्टि से, मानवता की दृष्टि से, एक व्यवस्था खड़ी हो रही है। अब रोड का Model भी हमने बदल दिया है। रास्ते पर व्यवस्थाएं भी विकसित हों, रास्तों के नजदीक में Helipad भी हो, रास्तों के नजदीकी खान-पान, शौचालय, ये सारी व्यवस्थाएं उपलब्ध हों।
- भारतमाला और सागरमाला Port-Land Development को एक नई ताकत देगी। और उसके कारण अकेले Port Sector में सागरमाला के तहत 8 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नया पूंजी निवेश आने वाले कुछ ही वर्षों में करने की की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। और उसका परिणाम गुजरात को विशेष लाभ मिलेगा, यहां के बंदरों को लाभ मिलेगा, यहां के बंदरों से जुड़ी हुई रेल हो, रोड हो, Connectivity हो, उसका लाभ मिलेगा।
- 20-20 साल पहले Dam बने हैं, पानी भरा पड़ा है, Canal नहीं है। मैंने ऐसा सारा खोज करके निकाला और करीब 90 हजार करोड़ रुपया से प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत Dam to Drip यानी drip irrigation करने तक खेत में Dam से ले करके drip irrigation तक पूरा Chain खड़ा करना, 90 हजार करोड़ रुपया लगा करके किसान को पानी पहुंचाने का, पूरे देश में ऐसे बंद पड़े Project थे, उस पर काम में लगाया है।
- गैस की Pipe Line, Optical Fiber Network, पानी की व्यवस्था। अभी हमने सपना देखा है 2022, जब हिन्दुस्तान आजादी के 75 साल मनाएगा। वो 2022 तक हिन्दुस्तान के गरीब से गरीब को भी उसका खुद का अपना घर रहने के लिए मिलना चाहिए और इस पर हम काम कर रहे हैं। दुनिया के छोटे-छोटे देश कह रहे हैं।
- अभी रेलवे के development का बड़ा बीड़ा उठाया है। हिन्दुस्तान के 500 रेलवे स्टेशन बनाने हैं। अभी शुरू में सूरत, गांधीनगर, गुजरात में दो प्रोजेक्ट अभी तय हुए हैं। आने वाले दिनों में सभी रेलवे स्टेशन multistory क्यों न हों? रेलवे स्टेशन पर थियेटर भी हो सकता है, रेलवे स्टेशन पर Mall भी हो सकता है। रेलवे स्टेशन पर recreation centre हो सकते हैं, खानपान का बाजार लग सकता है। पटरी पर गाड़ी चलती रहेगी, बाकी जगह का तो विकास होना चाहिए।
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