चौधरी छोटूराम जी देश के उन समाज सुधारकों में थे, जिन्होंने भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वो किसानों, मज़दूरों, वंचितों, शोषितों की बुलंद और मुखर आवाज़ थे।
वो समाज में भेद पैदा करने वाली हर शक्ति के सामने डटकर खड़े हुए
ये रेल कोच फैक्ट्री सिर्फ सोनीपत ही नहीं, बल्कि हरियाणा के विकास को बढ़ाने में मदद करेगा।
कोच की मरम्मत के लिए जो भी सामान की आवश्यकता होगी, उसकी पूर्ति से यहां के छोटे उद्यमियों को बड़ा लाभ होगा।
इस कारखाने से यहां के युवाओं को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होने जा रहे हैं
उन्होंने पंजाब ही नहीं बल्कि देश के किसानों के लिए,
खेत में काम करने वाले मज़दूर के लिए,
भारत के रेवेन्यू सिस्टम के लिए,
फसलों की मार्केटिंग के लिए,
ऐसे कानून बनाए जो आज तक हमारी व्यवस्था का हिस्सा हैं
भाखड़ा बांध की असली सोच चौधरी साहब की ही थी।
इस बाँध का पंजाब-हरियाणा-राजस्थान के लोगों को, किसानों को, जो लाभ आज भी मिल रहा है, वो हम सभी देख रहे हैं।
सोचिए, कितना बड़ा विजन था उनका, कितनी दूरदृष्टि थी उनकी
जिस व्यक्ति ने देश के लिए इतना कुछ किया, उसके बारे में जानना हर व्यक्ति का अधिकार है।
इतने महान व्यक्तित्व को एक क्षेत्र के दायरों में ही सीमित क्यों किया गया?
इससे चौधरी साहब के कद पर तो कोई असर नहीं पड़ा, लेकिन अनेक पीढ़ियां उनके जीवन से सीख लेने से वंचित रह गईं
चौधरी साहब ने किसानों को फसल का उचित मूल्य दिलाने के लिए कृषि उत्पाद मंडी अधिनियम बनाया था।
हमारी सरकार ने भी PM-AASHA शुरु किया है।
इसके तहत सरकार ने ये प्रबंध किया है कि अगर किसान को समर्थन मूल्य से कम कीमत बाज़ार में मिल रही है तो राज्य सरकार भरपाई कर सकें
मैं हरियाणा वासियों को बधाई देता हूं कि आयुष्मान भारत की पहली लाभार्थी आपके राज्य की ही एक बेटी है।
ये भी संतोष की बात है कि इस योजना के माध्यम से दो हफ्ते में ही 50 हज़ार से अधिक गरीब भाई-बहनों को या तो इलाज मिल चुका है या फिर उनका इलाज हो रहा है
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