भाईयो और बहनों खेती हो या दूसरे व्यवसाय इन सभी को विस्तार देने के लिए बैंको से ऋण की सुविधा को भी बहुत आसान बनाया गया है। इसी का परिणाम है कि पिछले वर्ष 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कृषि लोन किसानों को दिया गया है।
साथियों, किसान भाईयो और बहनों को कर्ज मिलने में आसानी रहे इसके लिए हमने एक और बड़ा फैसला लिया है, बहुत बड़ा फैसला लिया है। पहले किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से सिर्फ 1 लाख रुपये तक का ऋण बिना गांरटी लिया जा सकता था, अब इसकी सीमा बढ़ा दी गई है। अब मेरे किसान भाई किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए सिर्फ 1 लाख नहीं…. 1 लाख 60 हजार रुपये तक का कर्ज बिना गारंटी ले पाएंगे।
आज से ही किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा हमारे दूध उत्पादकों और मतस्य पालकों के लिए भी शुरू की गई है।
जिनके पास किसान क्रेडिट कार्ड नहीं है उनको अलग से पशु पालन और मछली पालन के लिए दो लाख रुपये तक की सीमा वाला किसान क्रेडिट कार्ड बैंक द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। इससे इन दोनों क्षेत्रों में फंड की उपलब्धता बढ़ जाएगी और हमारे पशुपालकों और मछुवारे भाई बहनों को दूसरे लोगों से कर्ज लेने पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। मछली पालन से जुड़े हर पहलू पर ध्यान देने के लिए इस बजट में सरकार ने अलग से एक डिर्पाटमेंट बनाने का भी ऐलान किया है।
आपको मालूम हुआ देश आजाद हुआ लेकिन आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय नहीं था।
ये अटल बिहारी वाजपेयी… उन्होंने… आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बनाया था। देश आजाद होने के बाद north east के विकास के लिए कोई मंत्रालय नहीं था। ये अटल बिहारी वाजपेयी थे जिन्होंने north east के विकास के लिए अलग मंत्रालय बनाया था। और अब फिर एक बार भाजपा की सरकार आई है कि देश में समुद्री तट पर, नदी के तट पर हमारे जो माछीमार भाई बहन रहते है उनके विकास के लिए, उनकी भलाई के लिए माछीमार के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए अलग मंत्रालय बनाने का हमने फैसला किया है। ताकि उनके विकास पर विशेष ध्यान दिया जाए।
साथियों, इसके साथ ही एक व्यवस्था ये भी की गई है कि अब प्राकृतिक आपदा से प्रवाह होने की स्थिति में किसानों को कृषि ऋण में छूट की सीमा एक वर्ष से बढ़ाकर तीन से पांच वर्ष तक कर दी गई है। अब इसके कारण प्राकृतिक आपदा के बाद किसान को किसी से कर्ज लेने के लिए जाना नहीं पड़ेगा, उसको समय मिलेगा अगर किसान इस अवधि में समय पर अपने कर्ज के भुगतान करते हैं तो उन्हें….. ये भी सुनिए… अगर वो कर्ज में भुगतान करते हैं तो उन्हें ब्याज दर में तीन प्रतिशत अतिरिक्त छूट का भी लाभ मिलेगा।
भाईयो और बहनों, गोरखपुर और पूर्वांचल के पशुपालकों, दूध उत्पादकों के लिए तो आज डबल खुशी का दिन है क्योंकि आज ही 1 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता वाली नई डेयरी का लोकार्पण किया गया है। इससे लगभग 50 हजार दूध उत्पादक इससे सीधे लाभान्वित होगें और साथ में रोजगार के हजारों अवसर भी बनेगें।