Dr. Syama Prasad Mookerjee Research Foundation

Salient Points of PM’s address at the inauguration of World Biofuel Day-2018 on 10 Aug, 2018

Biofuels can help reduce import dependency on crude oil. They can contribute to a cleaner environment, generate additional income for farmers & rural employment.

Biofuels have synergies with various Government initiatives, including enhancing farmers’ incomes, and Swachh Bharat.

As a result of the efforts of the Centre, ethanol blending in petrol increased from 38 crore litres in the ethanol supply year 2013-14, to an estimated 141 crore litres in the ethanol supply year 2017-18.

The Government also approved the National Policy on Biofuels in June 2018.

बायोफ्यूल सिर्फ विज्ञान नहीं है बल्कि वो मंत्र है जो 21वीं सदी के भारत को नई ऊर्जा देने वाला है।

बायोफ्यूल यानि फसलों से निकला ईंधन, कूड़े-कचरे से निकला ईंधन।

ये गांव से लेकर शहर तक के जीवन को बदलने वाला है।

आम के आम, गुठली के दाम की जो पुरानी कहावत है, उसका ये आधुनिक रूप है।

गन्ने से इथेनॉल बनाने की योजना पर अटल जी की सरकार के दौरान काम शुरु हुआ था।

लेकिन बीते एक दशक में इस पर उतनी गंभीरता से प्रयास नहीं हुए।

जब 2014 में केंद्र में NDA की सरकार बनी तो बाकायदा एक रोडमैप तैयार किया गया, Ethanol Blending Programme शुरु किया गया

इथेनॉल ने ना सिर्फ किसानों को लाभ पहुंचाया है, बल्कि देश का पैसा भी बचाया है।

इथेनॉल को पेट्रोल के साथ मिक्स करने से पिछले वर्ष देश को लगभग 4 हज़ार करोड़ रुपए के बराबर की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है।

लक्ष्य है कि अगले चार वर्ष में ये बचत करीब 12 हज़ार करोड़ रुपए तक पहुंचे।

Author