भाइयो और बहनों, इस कुंभ में वाकई बहुत से काम पहली बार हुए हैं। पहली बार श्रद्धालुओं को संगम स्नान के साथ अक्षयवट के दर्शन का भी मौका मिला। आजादी के बाद से अक्षयवट को हमेशा किले में बंद रखा जाता था। इस बार सरकार ने अक्षयवट और श्रद्धालुओं के बीच की दूरी को खत्म कर दिया। मुझे बताया गया है कि प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु अक्षयवट और सरस्वती कुंभ के दर्शन कर पाए हैं।
भाइयो और बहनों, पिछली बार में जब मैं यहां आया था तो मैंने कहा था, इस बार का कुंभ अध्यात्म, आस्था और आधुनिकता की त्रिवेणी बनेगा। आज मुझे बहुत खुशी हो रही है कि आप सभी ने अपनी तपस्या से इस विचार को साकार किया है। तपस्या के क्षेत्र को तकनीक से जोड़कर जो अद्भुत संगम बनाया गया, उसने भी सभी का ध्यान खींचा है। एक प्रकार से ये कुंभ मेला डिजिटल कुंभ के रूप में भी याद किया जाएगा।
साथियो, प्रयागराज की कृपा, साधु-संतों के आशीर्वाद, चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था और आप सभी के अनुशासन के कारण मेला सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से चला है। मैं देखता रहता हूं कि कुंभ में यूपी पुलिस ने जो भूमिका निभाई है, उसकी भी तारीफ चारों तरफ हो रही है। आपका खोया-पाया विभाग तो बच्चे, बड़े, बुजुर्गों को भी अपनो से मिला देता है और कुछ ही घंटों में मिला देता था, लेकिन अगर किसी का टेलीफोन भी खो गया, मोबाइल खो गया-उसको ढूंढना; किसी का सामान खो गया- उसको ढूंढना; ऐसे कठिन काम भी आप लोगों ने गंभीरता से किए हैं।इसके लिए सुरक्षा के जवान भी अनेक-अनेक अभिनंदन के अधिकारी हैं, बहुत-बहुत बधाई के अधिकारी हैं।
मुझे एहसास है कि कुंभ के दौरान अनेक मौके ऐसे आए होंगे, जब आप बहुत थक गए होंगे, आराम करने का समय नहीं मिला होगा, लेकिन आपने अपनी तकलीफों को भूलकर कुंभ की सफलता को ऊपर रखा।मुझे यह भी बताया गया है कि कुंभ मेला क्षेत्र में आठ हजार से ज्यादा सेवामित्रों ने भी दिन-रात एक होकर काम किया है।
साथियो, प्रयागराज में जब कुंभ लगता है तो सारा प्रयाग ही कुंभ हो जाता है। प्रयागराज के निवासी भी श्रद्धेय हो जाते हैं। प्रयागराज को एक खूबसूरत शहर के रूप में विकसित करने में और कुंभ के सफल आयोजन में प्रयागवासियों की भूमिका ने भी पूरे देश को प्रेरणा दी है।
साथियो, आपके सहयोग से इस बार कुंभ के लिए जो व्यवस्थाएं तैयार हुई हैं वो स्थाई हैं, पहले कुंभ के लिए अस्थाई व्यवस्थाएं तैयार की जाती थीं, उसमें से अधिकांश मेले के साथ ही खत्म हो जाती थीं। इस बार ऐसी स्थाई सुविधाओं का निर्माण भी हुआ है जो लंबे समय तक प्रयागराज के इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देंगी। यहां पर एयरपोर्ट में सिर्फ 11 महीनों में जो नया टर्मिनल बना है, उसकी भी चर्चा खूब हो रही है। सड़क हो, पुल हो, बिजली हो, पानी के साथ ही जो एसटीपी बने हैं, वो आने वाले कई वर्षों तक संगम में जाने वाले गंदे पानी को रोकेंगे।
ये कुंभ भक्ति और सेवाभाव के साथ ही स्वच्छता और समृद्धि का प्रतीक बने, यही इस सरकार की कोशिश रही है। एक बार फिर मैं यूपी सरकार, केंद्र और राज्य सरकार के सभी विभागों के अधिकारियों को कुंभ मेले के सफल आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।