मैं रायबरेली की इस महान और पुण्य भूमि को, यहां के लोगों को नमन करता हूं।
गौरवमयी इतिहास से जुड़े इस क्षेत्र के विकास के प्रति केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार पूरी तरह से समर्पित है।
थोड़ी देर पहले यहां 1000 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया है
यहां आने से पहले मैं पास ही में बनी मॉर्डन कोच फैक्ट्री में था।
मैंने उस फैक्ट्री में इस वर्ष बने 900वें डिब्बे को हरी झंडी भी दिखाई।
पहले की सरकारों की क्या कार्यसंस्कृति रही है, इसकी गवाह रायबरेली की रेल कोच फैक्ट्री भी है
जब पहले की सरकार ने यहां पर रेल कोच फैक्ट्री का निर्माण तय किया था, तो ये तय हुआ था कि 5000 कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी।
लेकिन स्वीकृति इसके आधे पदों को ही दी गई।
इतना ही नहीं, 2014 में हमने ये भी देखा कि यहां की कोच फैक्ट्री में एक भी नई नियुक्ति नहीं हुई थी