‘अशरा मुबारक’ के इस पवित्र अवसर पर भी आपने मुझे यहां आने का मौका दिया, इसके लिए बहुत आभार।
मुझे बताया गया है कि टेक्नॉलॉजी के माध्यम से देश और दुनिया के अलग-अलग सेंटर्स से भी समाज के लोग जुड़े हैं, आप सभी का भी मैं अभिनंदन करता हूं
इमाम हुसैन के पवित्र संदेश को आपने अपने जीवन में उतारा है और दुनिया तक उनका पैगाम पहुंचाया है
इमाम हुसैन अमन और इंसाफ के लिए शहीद हो गए थे
उन्होंने अन्याय, अहंकार के विरुद्ध अपनी आवाज़ बुलंद की थी
उनकी ये सीख जितनी तब महत्वपूर्ण थी उससे अधिक आज की दुनिया के लिए ये अहम है
हम पूरे विश्व को एक परिवार मानने वाले, सबको साथ लेकर चलने की परंपरा का मानने वाले लोग हैं।
हमारे समाज की, हमारी विरासत की, यही शक्ति है जो हमें दुनिया के दूसरे देशों से अलग करती है
हमें अपने अतीत पर गर्व है,
वर्तमान पर विश्वास है और
उज्जवल भविष्य का आत्मविश्वास है
बोहरा समाज के साथ मेरा भी रिश्ता बहुत ही पुराना है।
मेरा सौभाग्य है कि आपका स्नेह मुझ पर हमेशा रहा।
गुजरात का शायद ही कोई गांव हो जहां बोहरा व्यापारी नहीं मिलता हो।
मैं जब मुख्यमंत्री था तब कदम-कदम पर बोहरा समाज ने साथ दिया।
आपका यही अपनापन मुझे आज यहां खींच लाया है
आज हम जिस इंदौर शहर में जुटे हैं, ये तो स्वच्छता के इस आंदोलन का अगुवा है।
इंदौर निरंतर स्वच्छता के पैमाने पर देशभर में No.1 रहा है।
इंदौर ही नहीं भोपाल ने भी इस बार कमाल किया है।
एक प्रकार से पूरे मध्य प्रदेश के मेरे युवा साथी, एक-एक जन इस आंदोलन को गति दे रहे हैं
(The views expressed are the author's own and do not necessarily reflect the position of the organisation)