- ‘कोविड-19’ एक जीवन पर्यन्त चुनौती है, जिससे नए और अभिनव तरीकों से निपटने की आवश्यकता है।
- पत्रकारों, कैमरामैनों और टेक्निशियनों की अथक मेहनत राष्ट्र की महान सेवा है।
- मीडिया को सकारात्मक संवाद के जरिए निराशावाद एवं घबराहट को समाप्त करना चाहिए।
- एक लंबी लड़ाई हमारे सामने है, अत: ‘सामाजिक दूरी या एक-दूसरे से दूरी रखने’ के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना अत्यंत जरूरी है।
- इसके साथ ही चैनलों के लिए यह भी आवश्यक है कि वे नवीनतम घटनाक्रमों एवं प्रमुख सरकारी फैसलों से आम जनता को बड़ी तेजी से एवं प्रोफेशनल तौर पर आसानी से समझ में आने वाली भाषा में अवगत कराएं।
- चैनलों को एक ओर तो यह सुनिश्चित करना है कि लोग सदैव सतर्क रहें एवं लापरवाही न बरतें और दूसरी ओर सकारात्मक संचार या संवाद के जरिए लोगों में फैले निराशावाद एवं घबराहट को समाप्त करना है।
- डॉक्टरों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सदैव प्रेरित रखना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि वे ही इस लड़ाई में नेतृत्व कर रहे हैं।
- समाचार चैनल दरअसल आवश्यक जानकारियों या फीडबैक का एक महत्वपूर्ण साधन हैं और सरकार निरंतर इस फीडबैक पर काम कर रही है।
- फील्ड–वर्क कर रहे संवाददाताओं या पत्रकारों को विशेष बूम माइक प्रदान करें और साक्षात्कार लेते समय कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखने जैसी सावधानियां बरतें।
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