उत्तर और दक्षिण का मेल काशी तमिल संगमम
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के एक भारत श्रेष्ठ भारत की कल्पना को साकार करने के क्रम में वाराणसी में पिछले एक माह से निरंतर चल रहा काशी तमिल संगमम का आयोजन अब अपने अंतिम पड़ाव पर है।
इस आयोजन के माध्यम से उत्तर और दक्षिण के आध्यात्मिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और शैक्षिक संबंधों को समझने का सफल प्रयास हुआ।
प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी ने जिस तरह इस आयोजन के प्रति अपना उत्साह दिखाया है, उससे यह सिद्ध हो गया है कि ज्ञान विज्ञान की नगरी काशी ने इतने दिनों में दो राज्यों ही नहीं अपितु दो दिशाओं, दो संस्कृतियों, दो सभ्यताओं को एक करने का प्रयास आरंभ कर दिया है।
इस आयोजन के विभिन्न आयामों को समझने के लिए हमने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान संकाय के पूर्व प्रमुख प्रो. कौशल किशोर मिश्र जी से बात की। आप भी सुनें..