Dr. Syama Prasad Mookerjee Research Foundation

PM’s address at the centenary convocation of University of Mysore via video conferencing

  • कुछ समय पहले मैं तस्वीरें देख रहा था, इस बार कोरोना के खतरे के कारण भले ही अनेक बंदिशें हों लेकिन उत्सव की उमंग पहले जितनी ही है।
  • हालांकि इस उमंग में, कुछ दिनों पहले हुई भारी बारिश ने रुकावट डालने की कोशिश की है। सभी प्रभावित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।
  • केंद्र सरकार और कर्नाटका सरकार मिलकर राहत की हर संभव कोशिश कर रही हैं। साथियों, आज आपके लिए बहुत ही बड़ा दिन है।
  • वैसे तो मेरा प्रयास रहता है कि ऐसे अवसरों पर अपने Young Friends से आमने-सामने, Face to face मुलाकात कर सकूं। और मैसुरू आने, मैसूर यूनिवर्सिटी की गौरवशाली विरासत, सौवें दीक्षांत समारोह का हिस्सा बनने की तो बात ही कुछ और होती।
  • इस बार कोरोना के कारण हम Really नहीं Virtually जुड़ रहे हैं। घटि-कोत्सवदा ई स्मरणीया समारं-भदा सन्दर्भ-दल्ली निमगेल्लरिगू अभिनंदने-गड़ु. इंदु पदवी प्रमाणपत्रा पडेयुत्तिरुव एल्लरिगू शुभाशय-गड़ु. बोधका सिब्बंदिगू शुभाशय-गड़न्नु कोरुत्तेने.
  • साथियों, मैसूर यूनिवर्सिटी, प्राचीन भारत की समृद्ध शिक्षा व्यवस्था और भविष्य के भारत की Aspirations और Capabilities का एक प्रमुख केंद्र है।
  • इस यूनिवर्सिटी ने “राजर्षि” नालवाडी कृष्णराज वडेयार और एम. विश्वेश्वरैया जी के विजन और संकल्पों को साकार किया है।
  • मेरे लिए ये सुखद संयोग है कि आज से ठीक 102 साल पहले, आज के ही दिन राजर्षि नालवाडी कृष्णराज वडेयार ने मैसूरु यूनिवर्सिटी के पहले Convocation को संबोधित किया था।
  • तब से लेकर आज तक ‘रत्नगर्भा प्रांगण’ इस रत्नगर्भा प्रांगण ने ऐसे अनेक साथियों को ऐसे ही कार्यक्रम में दीक्षा लेते हुए देखा है जिनका राष्ट्रनिर्माण में अहम योगदान रहा है।
  • भारतरत्न डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी जैसे अनेक महान व्यक्तित्वों ने इस शिक्षा संस्थान में अनेकों विद्यार्थियों को नई प्रेरणा दी है।
  • ऐसे में आप सभी पर आपके परिवार के साथ-साथ हम सभी का विश्वास भी अधिक है और साथ-साथ उम्मीदें भी अधिक हैं। आज आपकी यूनिवर्सिटी, आपके प्रोफेसर्स, टीचर्स, आपको डिग्री के साथ-साथ देश और समाज के प्रति आपकी जिम्मेदारी भी सौंप रहे हैं।
  • साथियों, हमारे यहां शिक्षा और दीक्षा, युवा जीवन के दो अहम पड़ाव माने जाते हैं। ये हज़ारों वर्षों से हमारे यहां एक परंपरा रही है।
  • जब हम दीक्षा की बात करते हैं, तो ये सिर्फ डिग्री प्राप्त करने का ही अवसर नहीं है। आज का ये दिन जीवन के अगले पड़ाव के लिए नए संकल्प लेने की प्रेरणा देता है।
  • अब आप एक फॉर्मल यूनिवर्सिटी कैंपस से निकलकर, रियल लाइफ यूनिवर्सिटी के विराट कैंपस में जा रहे हैं। ये एक ऐसा कैंपस होगा जहां जो Knowledge आपने हासिल की है उसकी Applicability काम आएगी।
  • साथियों, महान कन्नड़ लेखक और विचारक गोरूरु रामस्वामी अय्यंगार् जी ने कहा है-शिक्षणवे जीवनद बेलकु। यानि Education जीवन के मुश्किल रास्तों में रोशनी दिखाने वाला माध्यम है।
  • आज हमारा देश जब परिवर्तन के एक बड़े दौर से गुजर रहा है, तब उनकी ये बात बहुत ज्यादा प्रासंगिक है।
  • बीते 5-6 साल ये निरंतर प्रयास हुआ है कि हमारी शिक्षा, भारत का Education System, छात्रों को 21वीं सदी की आवश्यकताओं के बीच आगे बढ़ने में भी और मदद करे।
  • विशेषतौर पर Higher Education में इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण से लेकर Structural Reforms पर बहुत ज्यादा फोकस किया गया है।
  • भारत को Higher Education का Global Hub बनाने के लिए, हमारे युवाओं को Competitive बनाने के लिए, Qualitative और Quantitative, हर स्तर पर कोशिश की जा रही है।