Dr. Syama Prasad Mookerjee Research Foundation

सशक्त हो रही भारत की युवा पीढ़ी

भारत दुनिया का सबसे युवा देश है, जिसकी औसत आयु 29 वर्ष है. लगभग 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम उम्र की है तो 50 प्रतिशत आबादी 25 वर्ष से कम उम्र की है. ऐसे में डेमोग्राफी और डेमोक्रेसी के रूप में असीमित शक्तियों वाला राष्ट्र युवा सपनों को नई उड़ान दे रहा है. लगभग 4 वर्ष पूर्व 29 जुलाई को राष्ट्र के समक्ष आई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के जरिए ज्ञान का ग्लोबल हब बनाने की पहल हो या मिशन के रूप में कौशल से युवाओं को लैस करना, स्टार्टअप से यूनिकॉर्न की पहल को संस्कृति बनाना या तकनीक डिजिटल से युवाओं को जोड़ना, सेना या अन्य जगहों पर युवाओं को नए अवसर प्रदान करना या खेलों को करियर से जोड़ सामाजिक सोच को बदलना, राष्ट्रीय युवा नीति के जरिए अमृतकाल की ओर बढ़ना हो या रोजगार स्वरोजगार से जोड़ने की क्रांतिकारी पहल को मूर्त रूप देना, अमृत पीढ़ी के रूप में सदर्भित युवा शक्ति भारत की विकास यात्रा की प्रेरक शक्ति बन गई है जो आने वाले 25 वर्षों में देश को नई उंचाई पर ले जाएगी और भारत को विकसित तथा आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाएगी.

भारत का जन भी युवा है और मन भी युवा है. भारत अपने सामर्थ्य, सपनों, चिंतन और चेतना से भी युवा है. इन्हीं विशेषताओं के कारण आज दुनिया भारत को एक आशा की दृष्टि से देखती है. भारत युवा है क्योंकि भारत की दृष्टि ने हमेशा आधुनिकता को स्वीकार किया है. भारत के दर्शन ने परिवर्तन को अंगीकार किया है. भारत वह है जिसकी प्राचीनता में भी नवीनता है. वेदों में कहा गया है अपि यथा, युवानो मत्सथा, नो विश्वं जगत, अभिपित्वे मनीषा यानी ये युवा ही हैं जो विश्व में सुख से सुरक्षा तक का संचार करते हैं. युवा ही भारत के लिए राष्ट्र के लिए सुख और सुरक्षा के रास्ते अवश्य बनाएंगे.

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं आज जब दुनिया भारत की तरफ इतनी उम्मीदों की नजर से देख रही है तो इसके पीछे युवा हैं. आज हम दुनिया में 5वीं अर्थव्यवस्था है. भारत का लक्ष्य है इसे टॉप 3 में पहुंचाने का. देश की यह इकनोमिक ग्रोथ युवाओं के लिए अपार अवसर लेकर आएगी. कृषि के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी और इनोवेशन की क्रान्ति से युवाओं के लिए नए अवसर पैदा होंगे, नए रास्ते खुलेंगे. आज के युवा इन बदलावों के साक्षी बन रहे हैं तो कल इसी ताकत से भविष्य का नेतृत्व करेंगे.

शिक्षा का ग्लोबल हब

एक देश पूरे विश्व में अपनी शिक्षा और शिक्षा नीतियों के कारण पहचाना जाता है. मोदी सरकार ने विश्व स्तरीय शिक्षा का सृजन किया है, जिससे देश का युवा सशक्त बन रहा है. प्रधानमंत्री मोदी बेहतर और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लेकर आए जिससे शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आ रहे हैं. इसमें अब अंग्रेजी भाषा की बाध्यता नहीं है. नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्राइमरी और उच्च शिक्षा के स्तर पर क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ाई हो रही है. इंजीनियरिंग और आईटी जैसे तकनीकी विषय अब पांच क्षेत्रीय भाषाओं में भी किए जा सकते हैं. इससे न सिर्फ पंजीकरण बढेगा बल्कि वैश्विक सोच के साथ स्थानीय समस्याओं के समाधान की क्षमता भी छात्र छात्राओं में बढ़ेगी.

कौशल मिशन – कुशल भारत

युवाओं को उनकी शिक्षा, कौशल और अपेक्षाओं के अनुरूप रोजगार मिले, यह मोदी सरकार की प्राथमिकता रही है. देश के अन्दर कितना रोजगार बढ़ रहा है, ये प्रत्यक्ष – अप्रत्यक्ष सूचकांकों के जरिए पता चलता है. मजबूत आर्थिक नीतियों से लाखों रोजगार पैदा हो रहे हैं. प्रधानमंत्री कौशल योजना के तहत लोगों को कौशल से युक्त किया जा रहा है. सरकार के इन प्रयासों से कितने ही नए सेक्टर में रोजगार के नए अवसर बन रहे हैं. अगर उदाहरण के तौर पर केवल ईपीएफओ के आंकडें देखें तो वर्ष 2018-19 के बाद साढ़े चार करोड़ से ज्यादा लोगों को औपचारिक नौकरी मिली है. देश में स्वरोजगार के मौके भी लगातार बढ़े हैं. यह मोदी सरकार में युवाओं का भरोसा दिखाता है.

खेल अब करियर की नई पहचान

पिछले 10 वर्षों में भारत में खेल का नया युग शुरू हुआ है. ये नया युग विश्व में भारत को सिर्फ एक बड़ी खेल महाशक्ति बनाने का भर का नहीं है बल्कि ये खेल के माध्यम से समाज के सशक्तिकरण का भी नया दौर है. एक समय था जब देश में खेलों को लेकर उदासीनता का ही भाव था. स्पोर्ट्स भी एक करियर हो सकता है यह कम लोग ही सोचते थे. इसकी वजह थी कि स्पोर्ट्स को सरकारों से जितना समर्थन और सहयोग मिलना चाहिए था वो मिलता नहीं था. इसलिए गरीब मध्यम वर्ग और गाँव देहात के बच्चों के लिए खेल में आगे बढ़ पाना बहुत मुश्किल था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से लोगों की सोच में बदलाव आया है. इसमें खेलो इंडिया अभियान ने बड़ी भूमिका का निर्वहन किया है. टोक्यो ओलम्पिक में अब तक का श्रेष्ठ प्रदर्शन, पैरालंपिक के इतिहास में भारतीय टीम का श्रेष्ठ प्रदर्शन, टॉप्स कार्यक्रम आदि के माध्यम से जैसा समर्थन खेल और खिलाड़ियों को मिला वह अभूतपूर्व है.

निःसंदेह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सरकार नीति, नीयत और नए अवसरों के आधार पर युवाओं को राष्ट्र की प्रगति का सारथी बना रही है, ताकि संकल्प से सिद्धि की यह यात्रा अनवरत रूप से जारी रहे.

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