प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा पाली
भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने का निर्णय भारतीय भाषाओं के स्वाभिमान
और आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम है।
यह भारतीय परंपरा और बौद्ध संस्कृति के प्रति सच्ची निष्ठा को दर्शाता है।