Menu

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आयुष्मान भारत की ‘1 करोड़वीं’ लाभार्थी के साथ बातचीत की

आयुष्मान भारत का सबसे बड़ा लाभ पोर्टेबिलिटी और किफायती एवं बेहतरीन चिकित्सा सेवा है’

‘आयुष्मान भारत’ के तहत लाभार्थियों की संख्या एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है।

हर भारतीय इस पर गौरवान्वित महसूस करेगा कि यह संख्या 1 करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है।

‘दो साल से भी कम समय में इस पहल का अनगिनत लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मैं सभी लाभार्थियों और उनके परिवारों को बधाई देता हूं। मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए मंगल-कामना भी करता हूं।’

मैं आयुष्मान भारत से जुड़े डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य सभी लोगों के अथक प्रयासों की सराहना करता हूं।

इन सभी लोगों के प्रयासों ने इसे दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य कार्यक्रम बना दिया है। इस पहल ने अनगिनत भारतीयों, विशेषकर गरीबों और बुनियादी सुविधाओं से वंचित लोगों का विश्वास जीता है।

इसके सबसे बड़े लाभों में से एक ‘पोर्टेबिलिटी’ है।

लाभार्थी न केवल जहां वे पंजीकृत हैं, बल्कि भारत के अन्य हिस्सों में भी बेहतरीन और किफायती चिकित्सा सेवा प्राप्त कर सकते हैं। इससे उन लोगों को काफी सहूलियत होती है जो अपने घर से दूर कहीं और काम करते हैं या ऐसी जगह पर पंजीकृत हैं जहां के निवासी वे नहीं हैं।’